Sāhityālocana ke siddhāntaLakshmīnārāyaṇa Agravāla, 1949 - 302 strani |
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Zadetki 1–3 od 39
Stran 47
... अनुभव करते हैं । तब क्या इन कार्यों में इन प्रवृत्तियों में सौंदर्य को सत्ता स्वीकार कर लेना अनुचित न होगा । - कला - समोक्षकों के ...
... अनुभव करते हैं । तब क्या इन कार्यों में इन प्रवृत्तियों में सौंदर्य को सत्ता स्वीकार कर लेना अनुचित न होगा । - कला - समोक्षकों के ...
Stran 49
... अनुभव इन्द्रियों की मध्यस्थता द्वारा मन को होता है और जो उन वाह्यार्थों से भिन्न है , जिनका प्रत्यक्ष ज्ञान इन्द्रियाँ प्राप्त ...
... अनुभव इन्द्रियों की मध्यस्थता द्वारा मन को होता है और जो उन वाह्यार्थों से भिन्न है , जिनका प्रत्यक्ष ज्ञान इन्द्रियाँ प्राप्त ...
Stran 153
... अनुभव करता है , परन्तु कुछ ऐसी घटनाएँ , व्यापार एवं कार्य हैं जिनका वह स्वयं अनुभव नहीं करते , प्रत्युत वह दूसरों के अनुभव से लाभ ...
... अनुभव करता है , परन्तु कुछ ऐसी घटनाएँ , व्यापार एवं कार्य हैं जिनका वह स्वयं अनुभव नहीं करते , प्रत्युत वह दूसरों के अनुभव से लाभ ...
Pogosti izrazi in povedi
अथवा अधिक अनेक अपनी अपने अभिव्यक्ति आज आदि इन इस प्रकार इसमें इसी उनकी उनके उपन्यास उपन्यासकार उपन्यासों उस उसका उसकी उसके उसमें उसे एक एवं ऐसे ओर कर करता है करते हैं करना करने कला कला का कलाकार कवि कविता कहानी का कारण काव्य किया है किसी की की रचना कुछ के लिए के साथ केवल को कोई क्या चरित्र चाहिए चित्रण जब जाता है जाती जाय जिस जीवन की जो तक तथा तब तो था दिया दो द्वारा नहीं नहीं है नाटक ने पं० पर परन्तु पात्र पात्रों प्रकृति प्रभाव प्रयोग प्रेम प्रेमचन्द भारत भाव भावना भी मानव यदि यह या रहा रूप में लेखक वह वास्तव में विचार विषय वे श्री संस्कृत सकता सकते सत्य समाज समाजवाद सम्बन्ध साहित्य का साहित्य में सुन्दर सूरदास सृष्टि से सौन्दर्य स्थान स्पष्ट हम हमारे हमें हिन्दी में ही हुआ हृदय है और है कि हैं हो होता है होती