Sāhityālocana ke siddhāntaLakshmīnārāyaṇa Agravāla, 1949 - 302 strani |
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Zadetki 1–3 od 85
Stran 67
... करने का उद्योग भी करती है । " इस परिभाषा में शुक्ल जी ने कविता की परिभाषा करने के बजाय कविता के उद्देश्य या कार्य पर ही प्रकाश डाला ...
... करने का उद्योग भी करती है । " इस परिभाषा में शुक्ल जी ने कविता की परिभाषा करने के बजाय कविता के उद्देश्य या कार्य पर ही प्रकाश डाला ...
Stran 198
Rāmanārāyaṇa Yādavendu. इस कहानी का आरम्भ कितने असुन्दर और अनाकर्षक ढंग से किया गया है । पाठक की इस कहानी में न रुचि पैदा करने का प्रयत्न किया ...
Rāmanārāyaṇa Yādavendu. इस कहानी का आरम्भ कितने असुन्दर और अनाकर्षक ढंग से किया गया है । पाठक की इस कहानी में न रुचि पैदा करने का प्रयत्न किया ...
Stran 250
... करने का अथक प्रयास किया गया है कि रहस्यवाद का काव्य में कोई स्थान नहीं । जब शुक्लजी स्पष्ट रूप से यह मान लेते हैं कि " मैं रहस्यवाद ...
... करने का अथक प्रयास किया गया है कि रहस्यवाद का काव्य में कोई स्थान नहीं । जब शुक्लजी स्पष्ट रूप से यह मान लेते हैं कि " मैं रहस्यवाद ...
Pogosti izrazi in povedi
अथवा अधिक अनेक अपनी अपने अभिव्यक्ति आज आदि इन इस प्रकार इसमें इसी उनकी उनके उपन्यास उपन्यासकार उपन्यासों उस उसका उसकी उसके उसमें उसे एक एवं ऐसे ओर कर करता है करते हैं करना करने कला कला का कलाकार कवि कविता कहानी का कारण काव्य किया है किसी की की रचना कुछ के लिए के साथ केवल को कोई क्या चरित्र चाहिए चित्रण जब जाता है जाती जाय जिस जीवन की जो तक तथा तब तो था दिया दो द्वारा नहीं नहीं है नाटक ने पं० पर परन्तु पात्र पात्रों प्रकृति प्रभाव प्रयोग प्रेम प्रेमचन्द भारत भाव भावना भी मानव यदि यह या रहा रूप में लेखक वह वास्तव में विचार विषय वे श्री संस्कृत सकता सकते सत्य समाज समाजवाद सम्बन्ध साहित्य का साहित्य में सुन्दर सूरदास सृष्टि से सौन्दर्य स्थान स्पष्ट हम हमारे हमें हिन्दी में ही हुआ हृदय है और है कि हैं हो होता है होती