Sāhityālocana ke siddhāntaLakshmīnārāyaṇa Agravāla, 1949 - 302 strani |
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Zadetki 1–3 od 76
Stran 49
... सकते हैं कि ललित कलाएँ मानसिक दृष्टि में सौन्दर्य का प्रत्यक्षीकरण हैं । " इस परिभाषा का विश्लेषण इस प्रकार किया जा सकता है- ( १ ) ...
... सकते हैं कि ललित कलाएँ मानसिक दृष्टि में सौन्दर्य का प्रत्यक्षीकरण हैं । " इस परिभाषा का विश्लेषण इस प्रकार किया जा सकता है- ( १ ) ...
Stran 236
... सकता है । वह चित्रण तो साधन मात्र है , उसका लक्ष्य तो मानव को आनन्द की अनुभूति कराना ही हो सकता है । अतः कोई भी यथार्थवादी - वास्तव ...
... सकता है । वह चित्रण तो साधन मात्र है , उसका लक्ष्य तो मानव को आनन्द की अनुभूति कराना ही हो सकता है । अतः कोई भी यथार्थवादी - वास्तव ...
Stran 254
... सकता है , साक्षात्कार कर सकता है । " हमारे इस विवेचन का मतलब केवल यही है कि ब्रह्म की जिस सत्ता या ईश्वर जीव के जिस सम्बन्ध को लोग ऐसा ...
... सकता है , साक्षात्कार कर सकता है । " हमारे इस विवेचन का मतलब केवल यही है कि ब्रह्म की जिस सत्ता या ईश्वर जीव के जिस सम्बन्ध को लोग ऐसा ...
Pogosti izrazi in povedi
अथवा अधिक अनेक अपनी अपने अभिव्यक्ति आज आदि इन इस प्रकार इसमें इसी उनकी उनके उपन्यास उपन्यासकार उपन्यासों उस उसका उसकी उसके उसमें उसे एक एवं ऐसे ओर कर करता है करते हैं करना करने कला कला का कलाकार कवि कविता कहानी का कारण काव्य किया है किसी की की रचना कुछ के लिए के साथ केवल को कोई क्या चरित्र चाहिए चित्रण जब जाता है जाती जाय जिस जीवन की जो तक तथा तब तो था दिया दो द्वारा नहीं नहीं है नाटक ने पं० पर परन्तु पात्र पात्रों प्रकृति प्रभाव प्रयोग प्रेम प्रेमचन्द भारत भाव भावना भी मानव यदि यह या रहा रूप में लेखक वह वास्तव में विचार विषय वे श्री संस्कृत सकता सकते सत्य समाज समाजवाद सम्बन्ध साहित्य का साहित्य में सुन्दर सूरदास सृष्टि से सौन्दर्य स्थान स्पष्ट हम हमारे हमें हिन्दी में ही हुआ हृदय है और है कि हैं हो होता है होती